शार्क क्यों करती हैं इंसानों पर हमला ? एक शार्क अटैक से कैसे बचे ॥ How to Survive a Shark Attack ॥ Why Shark attack Human being ?

शार्क क्यों करती हैं इंसानों पर हमला ?  एक शार्क अटैक से कैसे बचे ॥  How to Survive a Shark Attack...  Why do Shark attack s Human being ? 

समुंद्र की सैर और उसके अलग अलग जीव इंसान को अपनी ओर खूब आकर्षित करते हैं। वैसे तो समुन्द्र बेहद शांत रहता हैं लेकिन इसमें उठने वाली लहरें कई बार खतरनाक भी साबित हो जाती हैं ।ठीक इसी प्रकार समुन्द्र में रहने वाले  कुछ जीव शांत होते हैं तो कुछ बेहद खतरनाक ।

इन्ही खतरनाक जीवों में से एक हैं "शार्क" (Shark)

Survive shark attack
Shark  शार्क


इन्ही खतरनाक जीवों में से एक हैं "शार्क" (Shark)

इसके नुकीले दन्त नाव को काटने की काबिलियत रखते हैं । आमतौर  पर शार्क समुन्द्र में रहने वाली मछलियों और अन्य जीवों का शिकार करके जिन्दा रहती हैं । लेकिन कई बार  इसके नुकीले दांत इंसान की चमड़ी को भी फाड़ देते हैं । विज्ञान की माने तो शार्क जैसी बड़ी मछली इंसानों से डरती हैं । लेकिन बीते कुछ सालों से मामला इसके विपरीत  नजर आ रहा हैं  जहाँ शार्क इंसानों पर लगातार हमला करती रही हैं ।


क्या कभी आपने सोचा हैं कि आखिर क्यों शार्क इंसानों को अपना शिकार बना रही हैं ?
शायद नहीं ...

तो आइये आज जानते हैं  कि इंसान पर शार्क के हमले हर साल क्यों बढ़ रहे हैं ?


शार्क के हमलों में  वृद्धि ॥
आंकड़े बताते हैं कि साल २००९ (2009) में  शार्क ने दुनियां भर में ८३ (83) इंसानो पर हमला किया । लेकिन हाल ही में हुई रिसर्च ले हिसाब से  साल २०१७ (2017) के बाद से दुनिया भर के कई हिस्सों में  शार्क के हमलों में वृद्धि हुई हैं।
पूर्वी अमेरिका (North America) और ऑस्ट्रेलिया (Australia)  में शार्क ने इंसानों पर सबसे ज्यादा हमले किये है।  हुआवई(Huawae) में भी शार्क के हमलों में काफी  बढ़ोतरी हुई हैं । लेकिन यहाँ गौर करने वाली ये बात हैं कि जिस इलाकों में शार्क ने इंसानों पर हमला किया हैं  उस समय वहां मौजूद इंसानों कि संख्या समुन्द्र में मौजूद शार्क के बराबर थी।
पूर्वी अमेरिका (North America) और ऑस्ट्रेलिया (Australia) में सबसे ज्यादा लोग समुंद्री लेहरो और बीचेस का आनंद लेते हैं। जाहिर है इन इलाकों  शार्क इंसान पर सबसे ज्यादा हमला करती हैं। अमेरिका में साल १९७२ (1972) में समुंद्री जीवों के बचाव के लिए "मरीन मैमल एक्ट" (Marine Mammal Act 1972) लागू किया था जिसके बाद समुन्द्र में   सील (Seal)और वाइट शार्क (White Shark) की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई हैं। लेकिन अफ़सोस कि बात ये हैं कि शार्क कि संख्या में  बढ़ोतरी कि वजह से इंसानों पर हमले भी बढ़ गए ।
एक रिसर्च (Research) के मुताबिक शार्क इंसान के शिकार में दिलचस्पी नहीं रखती बल्कि उसे लेहरो का नाज़ा लेना पसंद हैं। कई मामलों में इंसान और शार्क को एक साथ लेहरो का मज़ा लेते हुए देखा गया हैं।

समुन्द्र में बढ़ते तापमान और कम होते शिकार की  वजह से शार्क ने दक्षिणी पूर्वी अमेरिका (South and North America) की तरफ से फ्लोरिडा (Flaurida) की तरफ आना शुरू कर दिया जिसके बात इंसान के ऊपर शार्क का हमला बढ़ गया। 
हिन्द महासागर (Indian Ocean) में मौजूद हीउनिओं आइलैंड (Hawaiian Islands) अपनी सुंदरता के लिए दुनिया भर में मशहूर हैं जिसकी वजह से यहाँ बढ़ी संख्यां में सैलानी आते हैं । लेकिंन इस जगह पर बीते कुछ सालों से शार्क द्वारा इंसानों पर हमले के मामले  बढ़ गए हैं। यहां सबसे  जयादा "बुल शार्क"  (Bull Sharkइंसानों पर हमला करती हैं। इसके हमलों से इंसानी शरीर को काफी नुक्सान पहुँचता हैं। कई मामलों में घायल व्यक्ति  कि मृत्यु निश्चित होती हैं।अगर किसी कारण से वो व्यक्ति बच जाता हैं तो उसे अपना वह अंग "जहाँ शार्क ने हमला किया हैं " गवाना पड़ता हैं।

शार्क की प्रजातियां  ॥ सबसे खतरनाक शार्क ॥
शार्क की प्रजातियों में "ग्रेट वाइट शार्क" (Great White Shark) और बैल शार्क सबसे ज्यादा खतरनाक होती हैं जो बिना उकसाये भी इंसानों पर हमला कर देती हैं । लेकिन इस शार्क कि जीवनशैली और बर्ताव कके बारे में वैज्ञानिकों को बहुत कम जानकारी हैं ।
शार्क की तक़रीबन   ५३० (530) प्रजातियां होती हैं। जिसमे सभी का बर्ताव और चीजों को मेहसूस करने और शिकार करने का तरीका अलग अलग होता हैं ।

types of shark
Different types of shark.


इंसानों पर क्यों हमला करती हैं शार्क ॥
ये वजह अब तक साफ़ नहीं हो पायी कि आखिर शार्क इंसानों पर हमला क्यों कर रही हैं। 
  • एक विचार तो ये भी हैं कि उसे अपनी भूख मिटाने  के लिए इंसानी शिकार कि जरूरत पड़ती हैं। लेकिन इस समुन्द्र में लाखों जीव होने के बावजूद  पेट भरने के लिए इंसान पर हमले करने तर्क ठीक नहीं हैं।
  • वहीं एक तर्क ये भी हैं  कि समुंद्री इलाकों में इंसान कि बढ़ती आबादी , समुन्द्र में गंदगी , और जलवायु  परिवर्तन कि वजह से  शार्क इंसानों का शिकार कर रही हैं।
  • इसके इलावा समुंद्री इलाकों में बड़ी संख्या में बंदरगाह बनाये जा रहे हैं। जिसकी वजह से समुद्री जीवों के घर तबाह हो रहे हैं। शार्क भी उन्ही जीवों में से एक हैं। समुन्द्र में इंसानी हलचल भड़ने की  वजह से  शार्क शिकार की तलाश में  नई जगह जाती हैं और जब उसे शिकार नहीं मिलता  तो वो इंसानों पर हमला करती हैं।
  • कुछ वैज्ञानिकों का कहना हैं  कि जब छोटी शार्क शिकार करना सीखती हैं तो वो इंन्सान पर हमला कर देती हैं  जैसे शेर का छोटा बच्चा शिकार सिखने के लिए किसी पर भी हमला कर देता हैं ।

Shark Attack
Shark Attack



शार्क किए हमले से बचने के तरीके ॥
  • कहा जाता हैं जब शार्क इंसान पर हमला करे तो उसके गिल्स या आँखों पर वार करना चाहिए ।
  • समुन्द्र में अकेले तैराकी करने कि बजाए झुण्ड में जाना चाहिए ।
  • समुन्द्र में गहने या चमकदार चीज पहन कर न जाए क्योंकि गहनों कि चमक शार्क को हमला करने के लिए उत्तेजित करती हैं।
  • कई देशो में तैराकों की सुरक्षा के लिए समुन्द्र में शार्क नेट बिछाये गए है लेकिन इससे अन्य समुंद्री जीवों को परेशानी होती हैं।
  • दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के केप टाउन (Cape Town) में शार्क को किनारों पर आने से रोकने के लिए इलेक्ट्रोमैग्नेटिक केबल (Electromagnetic Cables) बिछाई जाए रही हैं।
  • प्रशासन के द्वारा  कुछ समुंद्री इलाको में ख़ास मौसम के दौरान तैराकी पर पाबन्दी लगा दी जाती हैं। इस से शार्क के हमलों में कमी तो आयी हैं लेकिन टूरिज्म (Tourism) को अच्छा खासा नुक्सान पहुँचता हैं।

ऐसा नहीं हैं कि सिर्फ शार्क ही इंसानों पर हमला कर रही हैं  बल्कि इंसानी आदतों की वजह से भी शार्क की संख्या कम हो रही हैं।
ऑस्ट्रेलिया में मानव गंदगी की वजह से शार्क की आबादी ७५ (75) से ९२ (92) % घट गयी हैं ।
शार्क का हमला केवल इंसान के शरीर को हमला नहीं पहुंचाता  बल्कि उसकी मानसिक स्थिति  भी झंजोर देता हैं। हालाँकि शार्क का हमला हर बार घातक नहीं होता हैं  लेकिन इसके नुकीले दांतों से बच पाना हर किसी के बसकी  बात नहीं हैं ।

अगर इंसान अपनी हदों में रह कर समुन्द्र का आनंद ले  तो शार्क इतनी घातक नहीं होगी। समुन्द्र में इंसानी हलचल ने शार्क को आक्रमक बनाने में अहम् भूमिका निभाई हैं जिसकी वजह से शार्क इंसानों पर ही हमला कर रही हैं।

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जय हिन्द दोस्तों 

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